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Tej Police Times : Parvez Shaikh
Police मुख्यालय ग्राउंड, शिवाजीनगर में आयोजित तरंग-2023 में पुलिस कमिश्नर रितेशकुमार ने शहर के विभिन्न समाचार-पत्रों के संपादकों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. बातचीत के बाद लिए गए चित्र में उपस्थित (बाएं से)सहायक पुलिस आयुक्त सुनील तांबे, पुलिस उपायुक्त (क्राइम) अमोल झेंडे, दैनिक ‘सामना’ के निवासी संपादक अरुण निगवेकर, ‘पुणे सिविक मिरर’ के संपादक अविनाश थोरात, दैनिक ‘पुण्यनगरी’ के निवासी संपादक श्रीकांत साबले, पत्रकार महेंद्र बडदे, पुलिस उपायुक्त (जोन-1) संदीप सिंह गिल, अपर पुलिस आयुक्त रंजनकुमार शर्मा, ‘लोकसत्ता’ के निवासी संपादक मुकुंद संगोराम, ‘महाराष्ट्र टाइम्स’ के निवासी संपादक श्रीधर लोणी, पुलिस आयुक्त रितेश कुमार, ‘लोकमत’ के निवासी संपादक संजय आवटे, अपर पुलिस आयुक्त (क्राइम) रामनाथ पोकले, ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की निवासी संपादक सुनंदा मेहता, ‘पोलीसनामा’ के संपादक नितिन पाटिल, ‘सकाल’ निवासी संपादक सम्राट फडणीस, ‘केसरी’ के समाचार संपादक स्वप्निल पोरे, ‘आज का आनंद’ के संपादक नवीन अग्रवाल, ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के योगेश जोशी व सहायक पुलिस आयुक्त सतीश गोवेकर.पुलिस मुख्यालय ग्राउंड में आयोजित तरंग-2023 प्रदर्शनी के दूसरे दिन भी हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी इसमें स्कूली विद्यार्थियों की संख्या भी अधिक थी. उन्होंने जब’दामिनी स्क्वॉड’ की कर्मियों को मुस्तैदी से तैनात पुलिस से अलग ड्रेस में देखा तो वे अचरज से भर गए. उन्होंने कई प्रश्न एक साथ पूछ डाले. उन्होंने उनकी अलग तरह की यूनिफार्म के बारे में, पुलिस के काम करने के तरीके, काम के घंटे, किस गाड़ी का उपयोग किए जाते हैं, कौन से शस्त्र उपयोग के साथ ही ट्रैफिक पुलिस और दामिनी स्क्वॉड के यूनिफॉर्म के अंतर को पूछने के साथ ही अपराधों की जांच किस प्रकार की जाती है? इस प्रकार के सैकड़ों प्रश्न पूछे. पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी बच्चों के प्रश्नों के उत्तर सहज और सरल तरीके से दिए. स्ट्रीट प्ले के जरिए भी समझाया पिछले कई सालों में पुणे ड्रग्स का उपयोग बढ़ रहा है, ड्रग्स और अन्य दूसरे प्रकार के नशे के संदर्भ में जागृति हो, इसके लिए ‘तरंग’ में क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स ब्रांच द्वारा ‘व्यसन’नाम से स्ट्रीट प्ले किया जा रहा है. इसमें 6 कलाकारों द्वारा स्ट्रीट प्ले के माध्यम से जनजागृति की जा रही है.
इस माध्यम में बताया जा रहा है कि व्यसन लगने में एक मिनट का समय नहीं लगता, पर छोड़ने में पूरे परिवार को परेशानी उठानी पड़ती है. इस बारे में विद्यार्थियों ने पुलिस ने सायबर सेल, भरोसा सेल, एनडीआरएफ, सीपीआर, सीआईडी, क्विक रिस्पांस टीम, महाराष्ट्र स्टेट पुलिस कम्युनिकेशन एंड आईटी इन सभी विभागों के कार्यों की जानकारी ली. एनडीआरएफ के कामकाज को देखा अपने 8 साल के बच्चे को लेकर आई अदिति देशपांडे ने कहा कि पुणे पुलिस के ‘तरंग’ एक अच्छा कार्यक्रम है. पुणे पुलिस की तरह पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस को भी इस तरह का आयोजन करना चाहिए. न्यूजपेपर में कई बार एनडीआरएफ और क्विक रिस्पांस टीम के बारे में पढ़ा है लेकिन आज प्रत्यक्ष देखा कि ये टीमें किस प्रकार कार्य करती हैं.
तरंग कार्यक्रम के कारण पुलिस और उसके काम के बारे में जानकारी मिली है. पुलिस के शस्त्र देखने को मिले शनिवार पेठ के अहिल्यादेवी गर्ल्स हाईस्कूल की कक्षा 8वीं की छात्रा आर्या सराफ ने कहा कि पुलिस का यह कार्यक्रम बहुत ही पसंद आया. इस कार्यक्रम से पुलिस और उसके कार्य के बारे में छोटी-छोटी जानकारी मिली. कई हथियार,
उपकरण और वाहन पास से देखने का अवसर मिला. अब तक शस्त्र सिर्फ फोटो में ही देखे थे, आज प्रत्यक्ष में देखने को मिले.
तरंग-2023 का दौरा शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शनिवार को पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने किया तथा पुलिस के इस आयोजन की सराहना की. तरंग- 2023 में प्रदर्शनी के साथ-साथ मनोरंजन के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. इस दौरान पुलिस दल के कई कर्मचारियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. इसमें गाने, कव्वाली के साथ-साथ गिटार और हार्मोनियम जैसे वाद्य भी बजाए. इसके साथ ही डॉग शो, पुलिस बैंड और कॉमेडी के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए.
27 हजार विद्यार्थियों ने देखी प्रदर्शनी
शिवाजीनगर पुलिस मुख्यालय में आयोजित तरंग प्रदर्शनी को दो दिनों में करीब 27 हजार विद्यार्थियों ने देखा. इसदौरान उन्होंने पुलिस और उसके कामकाज के बारे में जानकारी ली. उनके विद्यार्थियों के साथ पालकों ने भी जिज्ञासा के कारण तरंग प्रदर्शनी को देखा और अपने सवाल पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछे.